Wednesday, May 26, 2010

समीर चालीसा

जय समीर हम मिलजुल गायें
देखो जिधर उन्हें ही पायें ***हर ब्लॉग पर
अन्तर्यामी ये कहलायें
हर ब्लॉगर के ब्लॉग पे जायें
जय समीर हम मिलजुल गायें ...


उड़न तस्तरी पर बैठाये
अपने ब्लॉग से नयी नयी ये सैर करायें
मस्त मौला से ये कहलायें
खूब मौज ये हमें करायें
जय समीर हम मिलजुल गायें


बज्ज़ पर भी ये बहुत बजियायें
टिप्पणियों की लाइन लगायें
ब्लॉग जगत में ऐसे छाये
अच्छे अच्छे भी गरियायें
जय समीर हम मिलजुल गायें


मेरी आवाज
समीर "उड़न तस्तरी"

3 comments:

संगीता स्वरुप ( गीत ) said...

ये समीर चालीसा भी खूब रहा ..

अनामिका की सदायें ...... said...

jai jai jai sameer tashtri
blog blog perud ud chali
jai jai jai sameer tashtri.

संजय भास्‍कर said...

bahut khoob....