मैं ब्लॉग्गिंग में इतना व्यस्त
पढ़ पढ़ के ब्लॉग हुआ पस्त
घूमूं देता टिपण्णी मस्त मस्त
काम करने के दिन हो गए अस्त
मैं ब्लॉग्गिंग में हुआ इतना व्यस्त
मैं यहाँ पर अपनी कविताओ का परिचय आपके साथ कराने की कोशिश कर रहा हूँ, आशा करता हूँ की आपको मेरी रचनायें पसंद आयेंगी |
11 comments:
इस व्यस्तता का अलग ही आनंद है ।
काम करने के दिन हो गए अस्त
हा हा बिल्कुल सही, एक एक शब्द कविता का खूब है। :)
ब्लॉगिंग में आनन्द बड़ा है!
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बढ़िया छन्द गढ़ा है!
ब्लोगिंग है ही इतनी मजेदार चीज..बढ़िया लिखा अपने.
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'पाखी की दुनिया' में 'पाखी का लैपटॉप' देखने जरुर आइयेगा.
लागी छूटे न :)
पस्त हुये ना काम चलेगा,
समय कहाँ विश्राम करेगा,
उठा लेखनी, ब्लॉग जोत दे,
अनुभव को स्थान मिलेगा ।
रब खैर करे।
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क्या आप बता सकते हैं कि इंसान और साँप में कौन ज़्यादा ज़हरीला होता है?
अगर हाँ, तो फिर चले आइए रहस्य और रोमाँच से भरी एक नवीन दुनिया में आपका स्वागत है।
सुबह शाम बीस बीस ब्लोग के पठन , पच्चीस पच्चीस टिप्पणियों घिसने का सेवन करिए । बीच बीच में बज का छोटा छोटा डोज़ भी लेते रहेंगे तो बुखार के आनंद में इजाफ़ा होगा । तथास्तु
@अजय जी, सही कहा आपने , आना बनाए रखिये ...दोस्तों का साथ भी जरूरी है रोग के समय :)
@प्रवीण ..आपने सही तुकबंदी दी :)
काम के दिन अस्त हो जाएं तो रात को कर लेना लेकिन ब्लागिंग में मस्त जरूर रहना।
ांरे मै तो समझी थी अब बुढापे मे हम ही इतने सनकी हो गये हैं कि हर पल ब्लागिन्ग मगर सभी का हाल देख कर लगता है कि मै ठीक ठाक हूँ ये नशा ही ऐसा है। बस लगे रहें। आशीर्वाद।
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